Jhansi Ki Rani Kyo Prasiddh Hai – नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका eBuzzPro.com ब्लॉग में. और आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे झाँसी की रानी क्यों प्रसिद्ध हैं? चुकी कुछ लोग को अब तक झाँसी की रानी के बारे में नही पता है की आख़िरकार झाँसी की रानी कौन थी? तो अगर आप भी जानना चाहते है तो बने रहिये इस मजेदार आर्टिकल में.
झाँसी की रानी का नाम रानी लक्ष्मीबाई था, उनको बचपन में सब प्यार से मनु कहकर पुकारते थे. उनका जन्म 19 नवम्बर 1828 को वाराणसी में हुआ था. उनके माता का नाम भागीरथीबाई और पिता का नाम मोरोपन्त तांबे था. रानी लक्ष्मीबाई के पिता मराठी थे और वे मराठा बाजीराव की सेवक थे.
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मनु जब छोटी थी तब उनकी माँ की मृत्यु हो गयी थी. मनु बचपन से ही सुन्दर और नटखट मन की बच्ची थी, जब मनु थोड़ी बड़ी होने लगी तो उसने शास्त्रों के साथ-साथ शस्त्र की शिक्षा भी प्राप्त की. उसके बाद मनु जब बड़ी हो गयी तो सन 1842 में उनका विवाह झाँसी के राजा गंगाधर राव के साथ हुआ. विवाह के बाद ही उनका नाम लक्ष्मीबाई रखा गया था.
विवाह के कई साल बाद सन 1851 में उन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया. परन्तु कुछ महीने बाद ही उस पुत्र की मृत्यु हो गयी. सभी बहुत दुखी थे. ऐसे ही दो साल बाद राजा गंगाधर राव का स्वास्थ बिगारने लगा. फिर उन्होंने एक पुत्र को गोद लिया उसका नाम दामोदर रखा गया. 21 नवम्बर 1853 को राजा गंगाधर राव की स्वास्थ बिगरने से मृत्यु हो गयी थी.
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झाँसी की रानी क्यों प्रसिद्ध हैं?
झाँसी की रानी अपने साहस और अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए प्रसिद्ध है. स्त्री होने के बावजूद उनहोंने अंग्रेजो के विरुद्ध अद्वितीय साहस का परिचय दिया. उन्होंने झासी में 1857 के विद्रोह का नेतृत्व किया. झासी को अंग्रेजी साम्राज्य में मिलाये जाने के पशचात अंग्रेजो के विरुद्ध हथियार उठा लिया और अनेक स्थानों पर अंग्रेजो को पराजित किया. इसके लिए वे अंतिम दम तक लडती रही.
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निष्कर्ष – तो आपको यह Jhansi Ki Rani Kyo Prasiddh Hai: झाँसी की रानी क्यों प्रसिद्ध हैं? का पोस्ट कैसा लगा है. निचे हमे कमेंट करके जरुर बताये. साथ ही इस पोस्ट को शेयर करना न भूले.